ज्ञान रत्न


हकीम-उल-इस्लाम कारी मुहम्मद तैय्यब, अल्लाह उन पर रहम करे, कहते हैं: ज्ञान का लक्ष्य अभ्यास (अमल) है, और ज्ञान का रत्न अल्लाह से डरना (तकवा) और अनुशासन है। (जवाहर हिक्मत)


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने