मरने से पहले हुकूक अदा करें।

अल्लाह तआला ने हज़रत दाऊद (उन पर शांती हो) से कहा,"हे दाऊद, बनी इस्राएल (इस्राएल के बच्चों) से कहो कि वे गुप्त रूप से मेरी अवज्ञा न करें और मुझे अपनी नज़र में बंदों से अधिक अपमानित न करें, अन्यथा मैं उन्हें आग से दंडित करूंगा।

हे दाऊद, अनाथों के प्रति दयालु पिता बनो, मैं तुम्हारा रोज़ी (भरण- पोषण) बढ़ाऊंगा और तुम्हारे पापों को क्षमा करूंगा। 

हे दाऊद, इस्राएल के बच्चों से कहो कि वे लोगों को अपमानित न करें, क्योंकि इससे हृदय अंधा और मृत हो जाएगा। हाँ, धन्य है वह जो अपने दोषों पर विचार करता और उन्हें सुधारना चाहता है।

हे दाऊद! मेरी तरफ़ झुक जा, मैं राजाओं के सिर तेरे सामने झुकाऊंगा, और मुख पर भय डालूंगा।


हे दाऊद! कितने ऐसी बोलने वाली जबान (जीभ) हैं कि मैं इन्हें रोक देता हूं मृत्यु के समय शहादत का वचन देने (कलमा) से , क्योंकि वे लोगों की इज्जत खराब करते थे।

 हे दाऊद, इस्राएल से कहो कि मरने से पहले वे अपना कर (हक) चुका दें।

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