कुछ तफासीर में लिखा है कि रोम के राजा ने हज़रत अमीरुल मोमिनीन अली इब्न अबी तालिब (अल्लाह उन से प्रसन्न हो) की सेवा में एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने अपने अजीब तरह के सिरदर्द की शिकायत की और इसका इलाज पूछा. राजा एक प्रकार के सिरदर्द से पीड़ित था जिसे बड़े- बड़े डॉक्टर भी ठीक नहीं कर पा रहे थे। अब उसने पैगम्बर मोहम्मद के वली से इस का ईलाज पूछा था।
जैसे ही राजा का पत्र आया, हज़रत अली ने पत्र लाने वाले व्यक्ति को एक टोपी दी और निर्देश दिया कि जब भी उसे सिरदर्द हो तो यह टोपी पहने। वह टोपी राजा को मिल गई। अब जब भी राजा को सिरदर्द होता तो वह इस टोपी को पहन लेता और चमत्कारिक रूप से उसे तुरंत राहत मिल जाती। दो- तीन बार ऐसा हुआ कि जैसे ही राजा वह टोपी अपने सिर पर रखता, उसका सिरदर्द गायब हो जाता!